**श्री हनुमंत सेना** एक राष्ट्रीय सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठन है, जिसका उद्देश्य मानवता, समाज और राष्ट्र की निःस्वार्थ सेवा करना है।
श्री हनुमंत सेना का मूल उद्देश्य समाज में एकता, समरसता और जागरूकता का विस्तार करना है। हमारा संगठन हनुमंत सेना के सदस्य को एक सूत्र में बांधकर उनके अधिकारों की रक्षा, सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए निरंतर कार्यरत है। सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति और राष्ट्रहित के संरक्षण हेतु हम सेवा, समर्पण और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
मेरा विश्वास है कि जब समाज संगठित होता है, तभी वह प्रगति और सम्मान दोनों प्राप्त करता है। हम सभी मिलकर एक सशक्त, संस्कारित और स्वावलंबी समाज के निर्माण के लिए कार्य करते रहें—यही मेरी आप सभी से अपेक्षा और प्रेरणा है। श्री हनुमंत सेना को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प मैं पूरी निष्ठा और श्रद्धा के साथ निभाता रहूंगा।
आज समाज के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है नशे की समस्या। शराब, तंबाकू, गांजा, अफीम और आधुनिक मादक पदार्थ युवाओं को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से कमजोर बना रहे हैं। परिवार टूट रहे हैं और समाज का भविष्य खतरे में है। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जगद्गुरु श्री बालप्रभुजी महाराज ने संकल्प लिया है कि वे पूरे समाज को नशामुक्त बनाने का कार्य करेंगे
अभियान की प्रमुख विशेषताएँ
समाज पर प्रभाव
जगद्गुरु श्री बालप्रभुजी महाराज का नशामुक्ति अभियान केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक क्रांति है। यह अभियान हमें याद दिलाता है कि नशे से मुक्ति पाकर ही हम स्वस्थ, संस्कारी और सशक्त भारत का निर्माण कर सकते हैं। आइए, हम सब मिलकर इस पुनीत कार्य में भागीदार बनें और “नशा छोड़ो – जीवन जोड़ो” का संदेश जन-जन तक पहुँचाएँ।